Vashudha Shri Ji songs
श्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट बिराज रयो
श्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट बिराज रयो
वसुधा श्री जी
Gargachari Ji Ne Thakur Ji Ka Nam Karan Kyun Kiya
Gargachari Ji Ne Thakur Ji Ka Nam Karan Kyun Kiya
Vashudha Shri Ji
Ye Meri Arjee Hai Main Vaisi Ban Jao Jo Teri Marji Hai
Ye Meri Arjee Hai Main Vaisi Ban Jao Jo Teri Marji Hai
Vashudha Shri Ji
Maiya Ne Thaakur Ji Ko Okhal Se Kyon Baandha
Maiya Ne Thaakur Ji Ko Okhal Se Kyon Baandha
Vashudha Shri Ji
Ghar Mein Pehli Roti Gau Maata Ki Kyon Nikalani Chahie
Ghar Mein Pehli Roti Gau Maata Ki Kyon Nikalani Chahie
Vashudha Shri Ji
Raadha Rani Ji Ko Manane Ke Lie Krishn Ji Barasana Gae
Raadha Rani Ji Ko Manane Ke Lie Krishn Ji Barasana Gae
Vashudha Shri Ji
प्रजापति दक्ष ने भगवान शंकर को क्या श्राप दिया
प्रजापति दक्ष ने भगवान शंकर को क्या श्राप दिया
वसुधा श्री जी
मई तो गोवर्धन को जउन मेरे वीर नहीं मने मेरो मनवा
मई तो गोवर्धन को जउन मेरे वीर नहीं मने मेरो मन
वसुधा श्री जी
Kya Ap Sach Mein Gaiya Maiya Se Prem Karte Hain
Kya Ap Sach Mein Gaiya Maiya Se Prem Karte Hain
Vashudha Shri Ji
परीक्षित ने सुखदेव जी से जनकल्याण हेतु क्या प्रश्न किया
परीक्षित ने सुखदेव जी से जनकल्याण हेतु क्या प्रश्
वसुधा श्री जी
राधिका गौरी से बिरज की छोरी से मैया करदे
राधिका गौरी से बिरज की छोरी से मैया करदे मेरो ब्याह
वसुधा श्री जी
मैया यशोदा ने भगवान शिव को कृष्ण जी से
मैया यशोदा ने भगवान शिव को कृष्ण जी से मिलने से क्यों मन
वसुधा श्री जी
वासुदेव जी ने गर्ग ऋषि को नन्द गाँव क्यों भेजा
वासुदेव जी ने गर्ग ऋषि को नन्द गाँव क्यों भेजा
वसुधा श्री जी
Gopiyon Ko Thakur Ji Ne Vanshee Ki Dhun Par Raas Mein Bulaaya
Gopiyon Ko Thakur Ji Ne Vanshee Ki Dhun Par Raas Mein Bulaaya
Vashudha Shri Ji
भगवन कृष्ण ने पूतना की गोद में अपने नेत्र
भगवन कृष्ण ने पूतना की गोद में अपने नेत्र क्यों बंद कर दिए
वसुधा श्री जी
माता सती ने अपने प्राणों का परित्याग क्यों किया
माता सती ने अपने प्राणों का परित्याग क्यों किया
वसुधा श्री जी
कनहिया अपने कौन से भक्त के पास नंगे पांव जाते है
कनहिया अपने कौन से भक्त के पास नंगे पांव जाते है
वसुधा श्री जी
ओह मेरी बीती उमरिया साडी बुला लो वृन्दावन गिरधारी
ओह मेरी बीती उमरिया साडी बुला लो वृन्दावन गिरधारी
वसुधा श्री जी