Ravindra Jain songs
हम कथा सुनाते राम सकल गन धाम की
हम कथा सुनाते राम सकल गन धाम की
कविता कृष्णामूर्ति, हेमलता, रविन्द्र जैन
भावना जैसी रही जीव के मान प्रभु मूरत दीन तसि निहारी
कृष्णा भजन - वॉल ४ - द्वारका को प्रणाम द्वारकाधी
रविन्द्र जैन, अरविंदर सिंह
महासंकीर्तन
श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी
रविन्द्र जैन, सुरेश वाडेकर, कविता कृष्णामूर्ति, अनूप जलोटा, पामेला जैन