Shri Vimal Krishan Pathak songs Raaga Hindi Music Directors Shri Vimal Krishan Pathak Follow 0followers Shri Vimal Krishan Pathak 19 Songs Share Embed Shri Vimal Krishan Pathak songs, Shri Vimal Krishan Pathak hits, Download Shri Vimal Krishan Pathak Mp3 songs, music videos, interviews, non-stop channel Home Albums Songs Recently Played Followers Albums See All Bhagwat Katha Kya Hai Teri Mand Mand Muskaniya Pe Balihar Kanjus Seth Ki Katha Govind Mero Hai Gopal Mero Hai 2 Rukmani Krishn Vivah Aaj Biraj Me Holi Re Rasiya Brij Ki Leela Bhagwan Ne Nand Baba Ko Varun Lok Se Kaise Chhudaya Mishri Se Meetho Nam Hamari Radha Rani Ko Mukut Sir Mor Ka Mere Chit Chor Ka Lut Ke Le Gaya Dil Jigar Sanwara Jadugar Krishn Ji Ne Kaise Indra Devta Ka Abhiman Toda Shri Krishn Ne Kiya Kans Ka Vadh Sundar Prasang Betiyon Ki Mahima Kamdev Bhagwan Ke Putra Kyon Bane Janiye Marg Dikhane Vala Kaun Hota Hai Maharas Leela Shravan Karne Ka Labh Prapt Kare Maa Ki Mahima Shankar Bhagwan Ka Nam Gopeshwar Mahadev Kaise Pada Songs See All Play All Queue Add to Playlist Share 1 भगवत कथा क्या है भगवत कथा क्या है श्री विमल कृष्ण पाठक 2 रुक्मणी कृष्ण विवाह रुक्मणी कृष्ण विवाह श्री विमल कृष्ण पाठक 3 लूट के ले गया दिल जिगर संवारा जादूगर लूट के ले गया दिल जिगर संवारा जादूगर श्री विमल कृष्ण पाठक 4 मिश्री से मीठे नाम हमारी राधा रानी को मिश्री से मीठे नाम हमारी राधा रानी को श्री विमल कृष्ण पाठक 5 मुकुट सर मोर का मेरे चित चोर का मुकुट सर मोर का मेरे चित चोर का श्री विमल कृष्ण पाठक 6 गोविन्द मेरो है गोपाल मेरो है २ गोविन्द मेरो है गोपाल मेरो है २ श्री विमल कृष्ण पाठक 7 कंजूस सेठ की कथा कंजूस सेठ की कथा श्री विमल कृष्ण पाठक 8 आज बिरज में होली रे रसिया आज बिरज में होली रे रसिया श्री विमल कृष्ण पाठक 9 ब्रिज की लीला भगवान ने नंद बाबा को वरुण लोक से कैसे छुड़ाया ब्रिज की लीला भगवन ने न श्री विमल कृष्ण पाठक 10 तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे बलिहार तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे बलिहार श्री विमल कृष्ण पाठक 11 महारास लीला श्रवण करने का लाभ प्राप्त करे महारास लीला श्रवण करने का लाभ प्राप्त कर श्री विमल कृष्ण पाठक 12 मार्ग दिखने वाला कौन होता है मार्ग दिखने वाला कौन होता है श्री विमल कृष्ण पाठक