कर्म का खेल (कृष्ण वाणी) | Game of karma ( Krishna Vani ) | गीता की ज्ञान | Gita Ki Gyan
Description
कृष्ण कर्म की विशेषता बताते हैं वह कहते हैं वेद भी तीन गुणों में ही सीमित हो जाते हैं वह कहते हैं कल करो पर उसमें आसक्ति नहीं रखो Krishna explains the speciality of Krishna Karma. He says that Vedas also become limited in three qualities. He says do it tomorrow but do not indulge in it.
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