भाषाओं का विद्वान | Language scholar | अकबर बीरबल कहानियों | Akbar Birbal Stories
Description
ये कहानी है एक विद्वान् की जो बादशाह अकबर के दरबार में आता है और सभी को अलग अलग भाषाओँ में कविता सुनाता है और एक चुनौती भी देता है की अगर कोई उसकी मातृभाषा का पता लगा लेगा तो वह उसको अपना गुरु बना लेगा। बीरबल जो अपनी बुद्धिमता के लिए जाने जाते है, अपनी चतुराई से विद्वान् की मातृभाषा का पता लगा लेते है और विद्वान् को उन्हें अपना गुरु स्वीकार करना पड़ता है।
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