Description
We are What we are today, because of our past, our history and our ancestors. Hundreds of Years ago, this Land was ruled by many Great Kings.
11 Episodes
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छत्रपति शिवाजी महाराज एक बहादुर, बुद्धिमानी, शौर्यवीर और दयालु शासक थे। उनका जन्म 19 फरवरी 1630 को मराठा परिवार में महाराष्ट्र के शिवनेरी में हुआ। शिवाजी के पिता शाहजी और माता जीजाबाई थीं। माता जीजाबाई धार्मिक स्वभाव वाली होते हुए भी गुण-स्वभाव और व्यवहार में वीरंगना नारी थीं।
Chhatrapati Shivaji Maharaj was a brave, intelligent, brave and kind ruler. He was born on 19 February 1630 in Shivneri, Maharashtra in a Maratha family. Shivaji's father was Shahaji and mother was Jijabai. Mother Jijabai, despite having a religious nature, was a heroic woman in character and behavior.
Chhatrapati Shivaji Maharaj was a brave, intelligent, brave and kind ruler. He was born on 19 February 1630 in Shivneri, Maharashtra in a Maratha family. Shivaji's father was Shahaji and mother was Jijabai. Mother Jijabai, despite having a religious nature, was a heroic woman in character and behavior.
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अबुल-फ़त जलाल-उद-दीन मुहम्मद अकबर, जिसे अकबर महान के रूप में जाना जाता है, और अकबर I के रूप में भी जाना जाता है, तीसरा मुगल सम्राट था, जिसने 1542 से 1605 तक शासन किया। अकबर ने अपने पिता हुमायूँ को एक रीजेंट के तहत सफल बनाया। बैरम खान, जिन्होंने युवा सम्राट को भारत में मुगल डोमेन का विस्तार और मजबूत करने में मदद की।
Abu'l-Fath Jalal-ud-din Muhammad Akbar, popularly known as Akbar the Great, and also as Akbar I, was the third Mughal emperor, who reigned from 1542 to 1605. Akbar succeeded his father, Humayun, under a regent, Bairam Khan, who helped the young emperor expand and consolidate Mughal domains in India.
Abu'l-Fath Jalal-ud-din Muhammad Akbar, popularly known as Akbar the Great, and also as Akbar I, was the third Mughal emperor, who reigned from 1542 to 1605. Akbar succeeded his father, Humayun, under a regent, Bairam Khan, who helped the young emperor expand and consolidate Mughal domains in India.
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प्रथम राजाराज चोल दक्षिण भारत के चोल राजवंश के महान सम्राट थे जिन्होंने ९८५ से १०१४ तक राज किया। उनके शासन में चोलों ने दक्षिण में श्रीलंका तथा उत्तर में कलिंग तक साम्राज्य फैलाया। राजराज चोल ने कई नौसैन्य अभियान भी चलाये, जिसके फलस्वरूप मालाबार तट, मालदीव तथा श्रीलंका को आधिपत्य में लिया गया।
The first Rajaraja Chola was the great emperor of the Chola dynasty of South India who ruled from 985 to 1014. Under his rule, the Cholas extended their empire to Sri Lanka in the south and Kalinga in the north. Rajaraja Chola also conducted several naval campaigns, as a result of which the Malabar Coast, Maldives and Sri Lanka were taken under the suzerainty.
The first Rajaraja Chola was the great emperor of the Chola dynasty of South India who ruled from 985 to 1014. Under his rule, the Cholas extended their empire to Sri Lanka in the south and Kalinga in the north. Rajaraja Chola also conducted several naval campaigns, as a result of which the Malabar Coast, Maldives and Sri Lanka were taken under the suzerainty.
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महाराजा रणजीत सिंह पंजाब क्षेत्र में स्थित सिख साम्राज्य के संस्थापक थे | वह 19 वीं शताब्दी की शुरुआत में सत्ता में आए | उन्हें एक शानदार व्यक्तित्व वाले एक सक्षम और न्यायप्रिय शासक के रूप में याद किया जाता है | उनके साहस और वीरता के लिए उन्हें दुनिया भर में बहुत सम्मान दिया गया था | इसी कारण उन्हें “शेर-ए-पंजाब” (“पंजाब का शेर”) के रूप में जाना जाता था |
Maharaja Ranjit Singh, popularly known as Sher-e-Punjab or "Lion of Punjab", was the leader of the Sikh Empire, which ruled the northwest Indian subcontinent in the early half of the 19th century. Ranjit Singh's reign introduced reforms, modernisation, investment into infrastructure and general prosperity.
Maharaja Ranjit Singh, popularly known as Sher-e-Punjab or "Lion of Punjab", was the leader of the Sikh Empire, which ruled the northwest Indian subcontinent in the early half of the 19th century. Ranjit Singh's reign introduced reforms, modernisation, investment into infrastructure and general prosperity.
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अशोक सम्राट विश्वप्रसिद्ध एवं शक्तिशाली भारतीय मौर्य राजवंश के महान सम्राट थे। सम्राट अशोक को उनके अदभुत साहस, पराक्रम, निडरता और निर्भीकता की वजह से अशोक महान के नाम से पुकारा जाता था। अशोक ने जहां-जहां भी अपना साम्राज्य स्थापित किया, वहां-वहां अशोक स्तंभ बनवाए। सम्राट अशोक को ‘चक्रवर्ती सम्राट अशोक’ कहा जाता है, जिसका अर्थ है - ‘सम्राटों का सम्राट’, और यह स्थान भारत में केवल सम्राट अशोक को मिला है।
Emperor Ashoka was one of the most famous kings from the powerful Indian Maurya dynasty. Emperor Ashoka was called Ashoka the Great because of his amazing courage, valor, fearlessness and boldness. Ashoka, built pillars of Ashoka wherever he established his empire. Emperor Ashoka is called ‘Chakravarti Samrat Ashoka’, which means - ‘Emperor of Emperors’, and this title is given only to Emperor Ashoka in India.
Emperor Ashoka was one of the most famous kings from the powerful Indian Maurya dynasty. Emperor Ashoka was called Ashoka the Great because of his amazing courage, valor, fearlessness and boldness. Ashoka, built pillars of Ashoka wherever he established his empire. Emperor Ashoka is called ‘Chakravarti Samrat Ashoka’, which means - ‘Emperor of Emperors’, and this title is given only to Emperor Ashoka in India.
access_time4 years ago
भारत महान शासकों का देश रहा है | अलग-अलग काल में एक से बढ़कर एक राजाओं ने भारत पर राज किया है | कई राजाओं ने सिर्फ अपने राज्य पर ही नहीं बल्कि लोगों के दिलों पर भी राज किया है और उनकी कहानियां आज भी हम याद करते है |
इस प्रोग्राम के माध्यम से में बात करूँगी ऐसे ही कुछ महान राजाओं के बारे में जिनकी कहानियां आज भी इतिहास के सुनहरे पन्नों में ज़िंदा है, तो आईये जानते हैं इतिहास के ऐसे ही एक महान योद्धा चन्द्र गुप्त मौर्य के बारे में जो भारत के सबसे सशक्त और महान शासकों में से एक थे। जिन्होंने अपने अद्भुत साहस, कुशल रणनीति से न सिर्फ भारत बल्कि इसके आसपास के कई देशों पर भी राज किया था। .
इस प्रोग्राम के माध्यम से में बात करूँगी ऐसे ही कुछ महान राजाओं के बारे में जिनकी कहानियां आज भी इतिहास के सुनहरे पन्नों में ज़िंदा है, तो आईये जानते हैं इतिहास के ऐसे ही एक महान योद्धा चन्द्र गुप्त मौर्य के बारे में जो भारत के सबसे सशक्त और महान शासकों में से एक थे। जिन्होंने अपने अद्भुत साहस, कुशल रणनीति से न सिर्फ भारत बल्कि इसके आसपास के कई देशों पर भी राज किया था। .
access_time4 years ago
राजा कृष्ण देवराय पंद्रहवीं शताब्दी में दक्षिण भारत के विजयनगर साम्राज्य के एक महान शासक थे. कृष्ण देव राय जी एक प्रभावी शासक ही नहीं, बल्कि एक जाने-माने कवि और प्रसिद्ध संगीतकार भी थे,जो कि अपने दयालु स्वभाव के लिए भी काफी प्रसिद्ध थे।
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महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था, बचपन से ही महाराणा प्रताप साहसी, वीर, स्वाभिमानी एवं स्वतंत्रताप्रिय थे। उन्होंने मुगल सम्राट अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया। महाराणा प्रताप सिंह ने मुगलों को कईं बार युद्ध में भी हराया | महाराणा प्रताप की वीरता के साथ साथ उनके घोड़े चेतक की वीरता भी विश्व विख्यात है| .
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पृथ्वीराज चौहान का नाम आज भी भारत के कौशल योद्धाओं के तोर पर बड़े गर्व से लिया जाता है। पृथ्वीराज चौहान ने अजमेर और दिल्ली दो राजधानियों पे शासन किया। पृथ्वीराज की सेना बहुत ही विशालकाय थी, जिसमे 3 लाख सैनिक और 300 हाथी थे. कहा जाता है कि उनकी सेना बहुत ही अच्छी तरह से संगठित थी, इसी कारण इस सेना के बूते उन्होने कई युद्ध जीते और अपने राज्य का विस्तार करते चले गए.
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हिन्दू सम्राट हेमचन्द्र विक्रमादित्य , जिन्हें हेमू के नाम से भी जाना जाता है , का नाम का इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है | एक साधारण व्यापारी से विक्रमादित्य की पदवी तक का सफरनामा उनके अद्भुद साहस ,कुशाग्र बुद्धि एवं प्रेरक रणकौशल का प्रमाण है | हेमचन्द्र ने अपने पूरे जीवन में आदिल शाह के दुश्मनों से कुल 22 लड़ाईयां लड़ीं, जिनमें से वह एक भी नहीं हारे.
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We are What we are today, because of our past, our history and our ancestors. Hundreds of Years ago, this Land was ruled by many Great Kings.